ये सांसे ये जो सूरत मेरी,ये जो मेरी काया है,
हे जननी हे माता मेरी सब कुछ तुमसे पाया है।
करता हूँ माँ आज याद मैं पीछे गुजरे वर्षों को,
शून्य से मुझको अखिल बनाने में तेरे संघर्षों को।
मेरे जीवन के हर पहलू पर माँ तेरा साया है
हे जननी हे माता मेरी सब कुछ तुमसे पाया है।
त्याग,प्रेम,ममता की मूरत
माँ तू कितनी भोली है
चाहें जितना कष्ट सहा हो, कभी नहीं कुछ बोली है।
तेरे तप को देख के जननी दिल मेरा भर आया है
हे जननी हे माता मेरी सब कुछ तुमसे पाया है।
आशा एक प्रखर है मन की,मेरी सौ आशाओं में
एक दिन तेरा नाम लिखूंगा मैं सारी भाषाओं में।
बच्चे तुझको याद रहे माँ,खुद को तूने भुलाया है
हे जननी हे माता मेरी सब कुछ तुमसे पाया है।