तभी तक पूछे जाओगे,जब तक काम आओगे…

चिरागों के जलते ही…बुझा दी जाती हैं “तीलियाँ”…

ज़िंदगी की रेस में जो लोग आपको ‘दौड़ कर’ नहीं हरा पाते…*

*वही आपको ‘तोड़ कर’ हराने की कोशिश करते हैं..!!

*ऐ आईने मुझे भी दे-दे जरा सा इल्म चेहरे बदलने का ..*

*आ जाए मुझमें भी हुनर जमाने के साथ चलने का..

*सारी उम्र बस एक ही “सबक” याद रखना….*

*”दोस्ती” और “प्रार्थना” में बस नियत साफ़ रखना*

ताकत की जरुरत तभी होती है..जब कुछ बुरा करना हो..,वरना*_दुनिया में सब कुछ*_पाने के लिए*प्रेम ही काफी है।