लफ्ज़ो पर ऐतबार करते हो , कभी खामोशियों से गुफ्तगू कर देख लीजिये ..
दिल के टुकड़ों में गिनते हो , पर कभी नज़रो को भी हमारे पढ़ लीजिये ..
दिल की बातों से अक्सर जीत लेते हो मन को ..
कभी इस दिल की गहराई को तो झांक लीजिये ..
करते रहे घमंड आप , हमें अपनाने पर ..
अब इस बावरे मन की ख्वाहिश भी आप जान लीजिये ..
जितना भी कह दूँ , शायद बयां ना हो..हाल ए दिल अपना ..
आप हीं तकलीफ उठा , इसके दर्द को कभी बाँट लीजिये ..
ठुकरा चुके एकबार हमे .. अब साथ देकर देख लीजिये ..
दो कदम हमने चल दिया ..अब आप भी दो बढ़ा लीजिये ..
ख़ूबसूरत सी जिंदगी के … मायने बदल जायेंगे …
एक बार इन बिखरे हुए कदमों को बस सवाँर लीजिये ..